- नवंबर में इजराइली स्पायवेयर की मदद से दुनियाभर में करीब 1400 वॉट्सऐप यूजर्स के फोन की जासूसी की गई थी
- सरकार ने इस पर चिंता जताते हुए वॉट्सएप से जवाब मांगा था, देश में वॉट्सएप के करीब 40 करोड़ यूजर हैं
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नई दिल्ली. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) संबंधी स्थायी संसदीय समिति बुधवार को निजता का हनन और वॉट्सएप के मुद्दों पर चर्चा करेगी। इस महीने की शुरुआत में इजराइली स्पायवेयर पेगासस की मदद से दुनियाभर में करीब 1400 वॉट्सएप यूजर्स के फोन की जासूसी की गई थी। इसमें कई भारतीय पत्रकार भी शामिल हैं।
फेसबुक के स्वामित्व वाली मैसेजिंग कंपनी ने कहा कि वह अपने यूजर्स के सभी मैसेजों को गोपनिय रखने के लिए प्रतिबद्ध है। विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर पत्रकारों और कार्यकर्ताओं पर 'स्नूपिंग' का आरोप लगाया था। फेसबुक ने जासूसी के मामले में इजराइली साइबर सिक्युरिटी कंपनी एनएसओ को नोटिस जारी किया था। उधर, भारत सरकार ने इस पर चिंता जताते हुए वॉट्सऐप से जवाब मांगा था। देश में वॉट्सऐप के करीब 40 करोड़ यूजर हैं।